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डायबिटीज के कारण और घरेलू उपचार

डायबिटीज असाध्य नहीं है। पता चलते ही इसे नियंत्रित करने की कोशिश कर दी जानी चाहिए। डायबिटीज से मुक्ति के लिए उसका उपचार तो जरूरी है ही, उससे भी ज्यादा जरूरी है उसे नियंत्रित करने के लिए अपनाये जाने वाले सही उपाय।

उपचार के साथ ही डायबिटीज यानी मधुमेह रोगियों को अपनी जीवनशैली में ईमानदारीपूर्वक बदलाव लाने की कोशिश करनी चाहिये। ईमानदारीपूर्वक प्रयास से आशय ऐसे प्रयासों से है जो नुकसानदायक और स्थिति बिगाड़ने वाली न हो। मधुमेह की रोकथाम के लिये अपनायी जाने वाली जीवनशैली में कुछ उपायों को जगह दी जा सकती है।

हमारे शरीर को कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है, उन्हीं में से एक है डायबिटीज। डायबिटीज आज के समय में महामारी बन चुकी है इसका शिकार भारत के करोड़ों लोग बन चुके हैं। डायबिटीज के अधिकतर मरीजों को इस बारे में पता नहीं कि ठंड के मौसम में इस बीमार से कैसे बचा जाए ऐसे में डायबीटीज के मरीजों को ओर भी खतरे का सामना करना पड़ सकता है।

डायबीटीज दो प्रकार की होती है

1.इंसुलिन डायबीटीज- इस प्रकार की डायबीटीज में हार्मोन बनना पूरी तरह से बंद हो जाते हैं जिसके कारण हमारे शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ने लगती है।
2.बिना इंसुलिन डायबीटीज – इस प्रकार की डायबिटीज में कम इंसुलिन बनते हैं या फिर पेक्रियाज सही से काम नहीं करता।

डायबीटीज के कारण
डायबिटीज जैसी बीमारी हमें किन कारणों से होती है और इसे कैसे दूर किया जा सकता है आज हम इस बारे में आप को बताते हैं :-

पूरा दिन बैठे रहना
हम देखते हैं कि अक्सर लोग घर से बाहर नहीं निकलते हैं, वे अपनी कार में बैठते हैं ऑफिस पहुचते हैं तथा 8 – 10 घंटे के लिए डैक्स पर काम करते हैं। उसके बाद फिर वो वापस घर आते हैं और देर रात तक टीवी देखते हैं। लोगों का कम घुमने से उनकी वेस्टलाइन बढ़ती है। कम शारीरिक गतिविधि के कारण उन्हें डायबिटीज, थायराइड तथा ह्रदय रोग हो सकते हैं।

क्या करें
इसके लिए जितना हो सके उतना घूमें। इससे न केवल आप का स्वास्थ ठीक रहेगा बल्कि साथ ही आपके ब्लड शुगर के स्तर को सीमित रखने में भी मदद मिलती है। सप्ताह में कम से कम 150 मिनट की शारीरिक गतिविधि सबके लिए जरूरी है। लिफ्ट की बजाय सीढियों का इस्तेमाल करें और कार में बैठकर पैदल ऑफिस जाए।

देर रात तक काम करना
किसी डेडलाइन को पूरा करने के लिए हम देर रात तक काम करते हैं, जिससे हमारी नींद के कीमती घंटे बर्बाद हो जाते हैं। युवाओं में तो चैट एक आम आदत बन चुकी है जिसके कारण उनमें डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।

क्या करें
अच्छी नींद के लिए साइन आउट करें। शोध से पता चला है कि घटिया नींद के कारण उच्च रक्तचाप तथा वजन घटाने की समस्या पैदा हो सकती है और सिर्फ यही कारक डायबिटीज का कारण बनते है। जब आप जग रहे हो तो अधिक खाते हो जिसके कारण आप का वजन बढ़ता है। कम नींद लेने से आप थका-थका रहते हैं इसलिए आपको पर्याप्त नींद जरूरी है।

तनाव लेना
तनाव का सीधा संबंध डायबिटीज से नहीं होता, पर इसे एक सहायक कारक माना जाता है। जब व्यक्ति तनाव में होता है तो शरीर कोर्टिसोल स्ट्रेस नामक हार्मोन रिलीज करता है। तनाव के कारण हमारा ब्लड शुगर बढ़ता है और दवाईयों की जरूरत बढ़ती है। यह भी माना जाता है कि जब हम तनाव में होते हैं तो जंक फ़ूड अधिक खाते हैं।

क्या करें
कसरत करना इसका सबसे बढ़िया इलाज है। कसरत करने से हमारा तनाव का स्तर कम होता है। इसके साथ जब आप काम कर रहे हैं तो कम से कम 10 मिनट का ब्रेक लेना चाहिए।

डायबिटीज के उपचार

डायबिटीज में आँवले का प्रयोग

मधुमेह होने की स्थिति में अपने खाद्य पदार्थों या फलों में आँवले का प्रयोग करें। आँवला विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट्स का बढ़िया स्रोत है। आँवले की जूस का नियमित सेवन आपको मधुमेह से राहत दिलायेगी।

डायबिटीज में  मेथी का दाना

मेथी के दानों की यह विशेषता है कि वो अतिरिक्त कार्बोहाइड्रेट को सोंखने में मदद करती है। नियमित एक चम्मच मेथी के दानों को दूध में मिलाकर पीने से मधुमेह का स्तर घटाया जा सकता है।

डायबिटीज में दालचीनी चूर्ण

दालचीनी का चूर्ण डायबिटीज टाइप-2 को नियंत्रित करने में सहायक हो सकती है। हालांकि इसका यह कतई मतलब नहीं है कि इसका बेतहाशा इस्तेमाल किया जाये। दालचीनी चूर्ण का अत्यधिक सेवन शरीर में टॉक्सिन की मात्रा को बढ़ा देती है। मधुमेह की जानकारी होने के बाद शुगर का स्तर जाँचने से पहले एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर कुछ दिनों तक इसका सेवन करें।

कम लोग जानते होंगे क‌ि आम के पत्ते इन्सुलिन नियंत्रित करने में मददगार हैं। सोते वक्त एक कटोरे पानी में पत्ते भिगो लें और सुबह उठकर इन्हें हटाकर पानी का सेवन करें।

डायबिटीज में करेले का सेवन

करेले का सेवन रक्त में ग्लूकोज के स्तर को कम करता है। इससे मधुमेह पर नियंत्रण आसान हो जाता है।

डायबिटीज में जामुन का सेवन

जामुन में पर्याप्त मात्रा में एलॉजिक एसिड और एंथिसियानिन नामक तत्व होते हैं। ये तत्व मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।

डायबिटीज के खतरे को कम करने के कुछ आसन तरीके – सावधानियां

अगर आप चाहते हैं कि आप डायबिटीज से बचे रहे तो आप को इस बातो का ध्यान रखना चाहिए :-

1. कैलोरी का सेवन कम करें।
2. प्रोसेस्ट फ़ूड से बचें।
3. आप अपना नाश्ता हर रोज करे। इसे किसी भी दिन न छोड़ें। दिन में तीन बार भोजन करने की जगह चार से पांच बार थोड़ा थोड़ा कर लें।
4. भोजन के मध्य लम्बा अन्तराल रखने से बचें।
5. भोजन में प्रोटीन की मात्रा शामिल करें।
6. जितना हो सके उतना चलें, बैठने पर कम ध्यान दें।
7. सर्दी के मौसम में सैर करना डायबीटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होती है। लेकिन रोगी को नंगे पाँव सैर नहीं करनी चाहिए।
8. टीवी या फोन देखना जितना हो सके उतना कम के दें।

डायबीटीज को खत्म नहीं किया जा सकता, लेकिन हम इसे कंट्रोल में किया जा सकता है, इसके लिए डॉक्टर की सलाह के साथ-साथ अपन शुगर लेवल चेक करवाते रहना चाहिए। इसके साथ ही सर्दियों में अगर थोड़ी सी सावधानी रखी चाहिए ताकि डायबिटीज से बचा जा सकें।

डायबिटीज के कारण और घरेलू उपचार डायबिटीज के कारण और घरेलू उपचार Reviewed by Unknown on 2:42 AM Rating: 5

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