हड्डी औऱ जोड़ों की बीमारियों से दर्द औऱ चलने-फिरने में परेशानी हो सकती है। इनमें से कुछ समस्याओं के लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है। लेकिन अधिकांश समस्याएं दवाओं से ठीक हो जाती हैं। लेकिन जोड़ों का दर्द होता ही क्यों है? जाड़ों में जोड़ों का दर्द क्यों बढ़ता है? यह सवाल हर जोड़ो के दर्द के रोगी के मन में होता है। दरअसल जोड़ों में दर्द के अनेक कारण हो सकते हैं जाड़े के मौसम में जैसे-जैसे तापमान में कमी होती है, किसी जोड़ विशेष में रक्त वाहिनियों के संकुचित होने से उस हिस्से में रक्त का तापमान कम हो जाता है जिससे जोड़ में अकड़ाहट बढ़ती है तथा दर्द होने लगता है। जबकि कई बार रक्त धमनियों की दीवार के तनाव में कमी आती है, जिस कारण धमनियां फैल जाती हैं तथा दर्द और सूजन बढ़ जाते हैं। इसके अलावा सर्दियों में बढ़ी हुई हयूमिडिटी के कारण तंत्रिकाओं में संवेदना की क्षमता निश्चित रूप से बढ़ जाती है जिससे जोड़ों में दर्द अधिक महसूस होता है जबकि गर्मियों में इसके उल्टे सिद्धान्त के कारण दर्द कम महसूस होता है।सामान्य लोगों में कूल्हां घुटना तथा पैर का केन्द्र बिन्दु एक सीधी रेखा में होते हैं, जिसे टांग का 'नार्मल एलाइनमेन्टÓ कहते हैं। यह एलाइनमेन्ट आर्थराइटिस के रोगियों में धीरे-धीरे भंग होने लगता है जिस कारण उनकी टांगें टेढ़ी होने लगती हैं तथा दर्द बढऩे लगता है। इसे वापस ठीक करने के लिए उनके द्वारा विकसित विशेष उपकरणों का प्रयोग करके कुछ विशेष क्रियायें करायी जाती हैं जिससे टेढ़ी टांगें सीधी होने लगती हैं व दर्द कम होने लगता है और चाल सुधरने लगती है।
इसके अलावा नीचे लिखे घरेलु उपायों से भी जोड़ों के दर्द से निजात मिल सकती है। :-
बथुआ के ताजा पत्तों का रस पन्द्रह ग्राम प्रतिदिन पीने से गठिया दूर होता है। इस रस में नमक-चीनी आदि कुछ न मिलाएँ। नित्य प्रात: खाली पेट लें या फिर शाम चार बजे। इसके लेने के आगे पीछे दो - दो घंटे कुछ न लें। दो तीन माह तक लें।
जोड़ों में दर्द के समय या बाद में गर्म पानी के टब में कसरत करें या गर्म पानी के शॉवर के नीचे बैठें। आपको निश्चित ही राहत मिलेगी।
दर्द घटाने के बाम, क्रीम आदि बार-बार इस्तेमाल न करें। इनके द्वारा पैदा हुई गर्मी से राहत तो मिलती है, पर धीरे-धीरे ये नुकसान पहुंचाते हैं।
जोड़ों के दर्द के लिए चमत्कारिक दवा, तेल या मालिश वगैरह के दावे बहुत किए जाते हैं। इनको इस्तेमाल करने से पहले एक बार परख लें।
एरंडी के तेल को गर्म करो और उसमे लहसुन की कलियाँ जला दो । ये तेल लगाने से जोड़ों का दर्द दूर होता है

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