ईयरवैक्स कानों की एक प्रकार की गंभीर समस्या है, इससे ईयर कैनाल बंद भी हो सकती है और इसके कारण सुनने में समस्या भी होती है, कानों में दर्द होना इसका लक्षण हो सकता है।
1 ईयर वैक्स इसे कानों का मैल भी कहते हैं। इसके कारण सुनने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। ईयरवैक्स कानों के कैनाल में होता है। कान के अंदर 24 मिलीमीटर की एक्सटरनल ऑडिटरी कैनाल होती है। इसमें सेरुमिनस और नाइलोसीबेशियस नामक ग्रंथियां पायीं जाती हैं, इनके स्राव से वैक्स यानी मैल बनती है। वैक्स की मात्रा प्रत्येक व्यक्ति में अलग-अलग हो सकती है। अगर वैक्स मात्रा अधिक हो जाये तो इससे कान की कैनाल बंद हो जाती है।
(2)यह कानों से संबंधित एक समस्या है। इस समस्या से केवल भारत में ही लगभग 6 प्रतिशत लोग प्रभावित हैं। कानों में अगर किसी नुकीली सुई से सफाई के दौरान भी कान में वैक्स बनने शुरू हो जाते हैं। ईयरफोन के इस्तेमाल के कारण भी वैक्स बनते हैं।
कान में इंफेक्शन दूर करने के घरेलू उपाय :-
जब कान के अंदर यदि म्यूकस युक्त तरल का जमाव होने लगे, तो यह समस्या कान का इंफेक्शन कहलाती है। कान के संक्रमण को यदि पूरी तरह से ठीक करना हो तो घरेलू नुस्खे बड़े काम के होते हैं।
(1) कान में इंफेक्शन :-
कान में इंफेक्शन बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन की वजह से होता है। जब कान के अंदर यदि म्यूकस युक्त तरल का जमाव होने लगे, तो यह समस्या कान का इंफेक्शन कहलाती है। कान का इंफेक्शन काफी तकलीफदेह होता है। कुछ लोगों के कान में जमने वाले मैल की कठोरता भी कान के संक्रमण का मूल कारण होती है। कान के संक्रमण को यदि पूरी तरह से ठीक करना हो तो घरेलू नुस्खे बड़े काम के होते हैं। आज हम आपको इसी बारे में जानकारी देंगे कि कान के संक्रमण को किस तरह से ठीक किया जा सकता है।
(2) 3-4 लहसुन की कलियों को थोड़े से पानी में 5-7 मिनट तक के लिये उबालें। फिर उसमें पीस कर थोड़ा सा नमक मिलाएं। मिश्रण को एक साफ सूती कपड़े में बांध कर संक्रमित कान पर रखें। आप चाहें तो दूसरी विधि भी अपना सकती हैं। इसके लिये 2 बड़ी लहसुन की कलियों को 2 चम्मच तिल के तेल में तब तक गरम करें जब तक कि वह काला ना हो जाए। फिर इसे तेल की 2-3 बूंदे कानों में टपका लें।

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