शांर्गधर तपस्वी के अनुसार अगर इस आयुर्वैदिक नुस्खे को सावधानी और शुद्धता से बनाया जाय तो मोटापा नाश के लिए बहुत फायदेमंद है !
इनका कथन है कि, बेल गिरी, अरनी, श्योनाक (अरलू), कम्भारी, और पाढ़र के काढ़े में शुद्ध शहद मिलाकर रोज पीने से मोटापे और मोटापे से उत्पन्न रोग नष्ट होते हैं |
तथा,
सहोड़ा की छाल के काढ़े में गोमूत्र मिलाकर पीने से मोटापा और फील पांव भी नष्ट होता है |
गोमूत्र और बेल से मोटापे का इलाज
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3:19 AM
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