कैंसर ऐसी बीमारी है जिसका निदान अगर समय पर न हो तो यह जानलेवा भी हो सकती है। ज्यारदातर लोग इस बीमारी के नाम से ही डरते हैं, क्योंकि इस बीमारी का उपचार बहुत ही महंगा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कुदरत की गोद में कई ऐसी जड़ी-बूटियां हैं जिनसे कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का खात्मा आसानी से किया जा सकता है और यह बहुत ही सस्ती भी हैं। इस लेख में हम आपको एक ऐसे पेड़ की पत्तियों के बारे में बता रहे हैं जिससे कैंसर जड़ से खत्म हो जाता है।
क्या है इस पेड़ का नाम
क्या आप इस बात पर यकीन कर सकते हैं कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को एक पेड़ की पत्ती से ठीक किया जा सकता है। जी हां, यह सच है, क्योंकि इस पेड़ की पत्तियों से कैंसर का उपचार आसानी से हो सकता है। छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में दहीमन नाम के इस पेड़ से न केवल कैंसर का उपचार होता है बल्कि यह दूसरी खतरनाक बीमारियों के उपचार में भी फायदेमंद है।
संजीवनी से कम नहीं
दहीमन नाम के इस पेड़ की पत्तियां संजीवनी बूटी का काम करती हैं। इसके सेवन से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को ठीक किया जा सकता है। अब तक कई लोगों को इसकी पत्ती से आराम भी मिला है। इस पेड़ की पत्तियों से कैंसर के अलावा मानसिक पीड़ा, ब्लड प्रेशर और पीलिया जैसी बीमारियों का उपचार किया जा सकता है।
कैसे करें पेड़ की पहचान
इस पेड़ की पहचान केवल छत्तीसगढ़ में हुई है, और यह कहीं दूसरी जगह नहीं मिला है। हालांकि अभी इस पेड़ की पहचान हर किसी को नहीं मालूम है। जिससे अभी इसकी मांग इतनी नहीं हुई है। इस पेड़ के पत्तियों की खासियत भी काफी अनोखी है।
खुद से उभर जायेगा
इस पेड़़ की पत्तियों की पहचान करने का यह सबसे आसान तरीका है। इसके पत्तों पर आप कुछ भी लिखेंगे तो वह अपने आप उभर कर आ जाएगा। वहीं इसको लेकर यह भी मान्यता है कि यह आदि काल का पौधा है। उस दौर में गुप्तचरों द्वारा इस पत्ते पर संदेश अदान-प्रदान किये जाते थे। यह संदेश आज भी इन पत्तों पर साफ तौर पर दिखाई देते हैं। जिनको पढ़ना काफी आसान है।
दूसरी बीमारियों में भी फायदेमंद
यह न केवल कैंसर के उपचार में मदगार है बल्कि इससे ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित रखा जा सकता है। शराब की लत छुड़ाने के लिए भी इस पौधे की पत्तियों का प्रयोग किया जा सकता है। दुर्घटना में चोट लगने या रक्तस्राव होने पर भी इस पेड़़ की पत्तियों का प्रयोग करें। ये पत्तियां इतनी फायदेमंद हैं कि इनको संजीवनी बूटी कहना अतिशयोक्ति नहीं है।
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